अंधेरे ने सवेरा होने न दिया,

अंधेरे ने सवेरा होने न दिया,

ये राहें ले ही जायेंगी
मंजिल तक,
हौसला रख कभी
सुना है कि,
अंधेरे ने सवेरा
होने न दिया I

उसने दर्द इतना दिया ,

उसने दर्द इतना दिया ,

उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना,
गया उसकी आदत सी थी इसलिए,
रहा न गया आज भी रोती हूं उसे दूर,
,देख के लेकिन दर्द देने वाले से यह,
कहा ना गया |